भारत दौरे से पहले अमेरिकी मीडिया से मुखातिब होकर ओबामा ने अपना आर्थिक एजेंडा साफ कर दिया है. उन्होंने साफ कह दिया है कि अमेरिका के कमजोर होते बाजार को मजबूत करना और नई नौकरियों को पैदा करना उनकी प्रथामिकता होगी और इसके लिए वो अमेरिकी हितों से समझौते के मूड में नहीं.