शिवसेना की दशहरा रैली के दौरान शिवाजी पार्क में तय मानक से ज्यादा शोर होने का केस दर्ज किया गया है. दो साल बाद जब बाल ठाकरे मंच पर आए तो जमकर गरजे. अपने पोते आदित्य ठाकरे को राजनीति में लॉन्च करने के बाद बाल ठाकरे ने जब बोलना शुरू किया, तो सारी मर्यादाओं को ताक पर रख दिया.