इस इमारत का निर्माण करगिल में देश पर जान देनेवाले जाबांज के परिवारों के लिए हुआ था. लेकिन उनकी आड़ में अब अफसर और नेता ऐश कर रहें हैं. जाहिर है नेताओं को इसमें कुछ गलत नहीं लगता.