चीन 2013 से भी पहले से ऐसी टेक्नोलोजी पर काम शुरू कर चुका है जो बिना किसी की मदद के भूसे में छुपी सूई की तरह किसी भी संदिग्ध को करोड़ों की आबादी में चुटकियों में खोद निकालती है. हमारे देश में भी इंटर्नल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए आधार सिस्टम लागू किया जा रहा है लेकिन लोग इसके लिए तैयार नज़र नहीं आ रहे. उन्हें डर है तो अपनी प्राइवेसी के खत्म होने का. चीन की जिस टेक्नोलोजी की आज हम बात करने जा रहे हैं. प्राइवेसी के मामले में वो आधार से कहीं ज्यादा लोगों की लाइफ में घुस चुकी है. तो क्या है ये टेक्नोलोजी चलिए जानते हैं.