अन्ना हज़ारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो मुहिम छेड़ी थी उसका असर अब आम लोगों की सोच पर भी दिखने लगा है. तभी तो कहीं बेखौफ लोग रिश्वतखोरी के खिलाफ मोर्चा खोलते दिख रहे हैं, तो कहीं छात्र स्कूल में अन्ना का पाठ पढ़ रहे हैं.