महात्मा गांधी की शहादत के 63 साल बाद पहली बार देश के लोगों को गांधी जयंती पर बापू सिर्फ याद नहीं आ रहे, बल्कि लोगों को अपने बीच मौजूद महसूस हो रहे हैं.