राहुल राज की मौत के बाद बिहार के राजनेताओं ने एक मंच पर आकर उत्तर भारतीयों के लिए आवाज उठाने की कोशिश की थी लेकिन अब यह राजनीति के अखाड़ें में तब्दील हो गई है.