महाराष्ट्र की सत्ता के लिए शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन तो कर लिया, लेकिन विचारधार का गठबंधन बाकी है. शिवसेना ठहरी कट्टर हिंदुत्ववादी पार्टी और कांग्रेस-एनसीपी सेकुलरिज्म को मानने वाली. ऐसे में तीनों ने मिलकर एक साझा कार्यक्रम बनाया जिसका मूल मंत्र है धर्मनिरपेक्षता. शिवसेना के सामने अब बड़ी चुनौती है. सियासी विचारधारा के दो अलग अलग छोर पर खड़ी कांग्रेस और शिवसेना का संग निभेगा कैसे?