दो दिन के चिन्तन शिविर के बाद जारी 56 सूत्री ‘जयपुर घोषणा’ में कहा गया, ‘समाज को तोड़ने और ध्रुवीकरण करने वालों के खिलाफ वैचारिक लडा़ई के लिए देश की सभी धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील शक्तियों को एकजुट होने का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आहवान करती है.’ वहीं राहुल गांधी के भावुक भाषण पर भी राजनीतिक जगत के लोगों ने अपनी राय जाहिर की है.