ऐतिहासिक रामलीला मैदान आज एक और इतिहास का गवाह बना. एक साल बाद इसी मंच से अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लेकिन इस बार अंदाज जरा बदला-बदला था. 2014 और 2015 के केजरीवाल के बीच जमीन-आसमान का फर्क साफ-साफ दिख रहा था. बदले-बदले से केजरीवाल ने वायदा किया-इस बार दिल्ली छोड़कर नहीं जाउंगा.