दिल्ली के दरियागंज का इतवारी किताब बाजार पिछले एक महीने से बंद है. इस प्रसिद्ध किताब बाजार से 250 से ज्यादा किताब विक्रेता और लाखों पुस्तक प्रेमी जुड़े हैं. यहां किफायती दामों में दुर्लभ से दुर्लभ किताबें मिलती हैं. पहले एमसीडी और दिल्ली पुलिस ने इस बाजार के बंद होने का कारण 26 जनवरी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और आसियान समिट बताया था, लेकिन जब हमने एसीपी गीतांजलि खंडेलवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि ये बाजार अतिक्रमण और जाम के कारण बंद किया गया है. अब ये आगे नहीं खुलेगा. इस फैसले में एमसीडी सहित अन्य संगठन भी शामिल हैं. बता दें कि 1964 से चल रहे इस बाजार को पहले भी 3 बार बन्द करने की कोशिश हो चुकी है. 90 के दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने इस बाजार को बन्द होने से बचाया था.