17 साल का एक युवक मौत से मुकाबला कर रहा था. किसी को भी उसे बचाने की हिम्मत नहीं हो रही थी. ऐसे में एक प्राइवेट कंपनी के पायलट रिटायर्ड कर्नल रंजीत सिंह देव ने उसे बचाने का साहस दिखलाया.