दिल्ली में मेट्रो ट्रेन के इतिहास में ऐसी घटना शायद पहली बार हुई है. इस घटना ने मेट्रो की तकनीकी खामी को उजागर करके रख दिया है. सत्येंद कुमार जायसवाल नामक युवक का हाथ मेट्रो के दरवाजे में फंस गया और उसी हालत में वह करीब डेढ़ किलोमीटर तक घिसटता रहा.