बरसात यूं तो आनंद की बौछार लेकर आती है. कोई इसके लिए प्रार्थना करता है कोई·हवन और कोई पूजा. लेकिन दिल्ली वालों से पूछिए तो पता चलेगा कि बरसात उनके लिए बेबसी का आसमानी बंदोबस्त है. पूरे शहर की रफ्तार को रोक देने वाले इस मौसम ने दिल्ली की सड़कों को पोखर में बदलकर रख दिया. लेकिन जब मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछा इंतज़ाम क्यों नहीं किया तो उनका जवाब था भगवान से दुआ करो.