ये तो किसी ने नहीं सोचा था कि बीजेपी के फायरब्रांड नेता मुंह खोलेंगे और उसके बाद दिल्ली में आग लग जाएगी. तीन दिन तक दिल्ली का एक हिस्सा दहकता रहेगा जिसकी आंच हाई कोर्ट तक पहुंच जाएगी. जिसके लिए माननीय अदालत भारत सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से पूछा कि दिल्ली को आग में झोंक देने वाले इन बयानों पर पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की. उत्तर पूर्वी दिल्ली में फैली हिंसा रोकने में पुलिस ने राहत की सांस ली गुरुवार को. जब दिल्ली हाईकोर्ट ने भड़काऊ भाषण देने के मामले में दिल्ली पुलिस को जवाब देने के लिए 13 अप्रैल तक का समय दे दिया. तब तक दिल्ली पुलिस भड़काऊ भाषण देने वालों के विडियो पर कार्रवाई रिपोर्ट भी देगी. पर सवाल यही है कि हिंसा में झुलसती दिल्ली के कितने गुनहगार?