क्या ये अमेरिका गुरूर था कि उसने भारतीय राजनयिक देवयानी के साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया. अगर ये गुरूर रहा भी होगा कि तो आगे शायद वो ऐसी हिमाकत ना करे, क्योंकि भारत ने इस पर कड़ा रुख लिया है. दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के सामने से बैरिकेट हटा लिये.