अभी तक एफडीआई का विरोध कर रही डीएमके ने पासा बदल लिया है. अब उसकी तरफ से कहा गया है कि एफडीआई के मुद्दे पर वह सरकार के साथ है. डीएमके का एफडीआई के पक्ष में आना सरकार के लिए बड़ी राहत है.