पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके से खबरें सामने आईं, उससे लगा कि सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के बीच दरार है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या दरार की इन खबरों के पीछे भी छवि चमकाने की सियासत है. क्या सचमुच ये दरार कांग्रेस के लिए अच्छी है?