मायावती सरकार ने मूर्तियों और पार्कों के लिए बजट में पांच सौ करोड़ से ज्यादा की राशि रखी है, लेकिन सूखे से निपटने के लिए महज ढाई सौ करोड़ का प्रावधान रखा गया है. वो भी केंद्र सरकार की आपदा निधि से.