महाराष्ट्र की धरती बूंद बूंद को तरस रही है. चालीस साल में कुदरत का ऐसा कहर कभी नहीं देखा गया. ऐसा अकाल पहले कभी नहीं पड़ा, इंसान इतना बेबस कभी नहीं दिखा. अभी गर्मी का प्रचंड रूप सामने नहीं आया है और अभी से ही महाराष्ट्र के 35 में से 16 जिले अकालग्रस्त हैं. करीब 11 हजार गांवों को सूखे ने अपनी चपेट में ले रखा है. राज्य की 30 फीसदी यानी करीब सवा ग्यारह करोड़ जनता पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रही है.