एक और एक ग्यारह में आज हम आपको उस बहादुर लड़की से मिलवाएंगे, जिसने बलात्कारी राम रहीम के अत्याचारों के खिलाफ बिगुल फूंका और उसे सलाखों के पीछे पहुंचाकर दम लिया.हम आपको ये भी दिखाएंगे कि बिहार में बाढ़ सबसे बड़ा अभिशाप कैसे बना और डोकलाम में पीछे हटने के बाद अब चीन क्या पैंतरा चल रहा है.जिस राम रहीम को करोड़ो लोग अपना भगवान मानते रहे हों, जिसके दरबार में राजनीति के बड़े बड़े दिग्गज मत्था टेकते रहे हों, जिसका साम्राज्य हजारो करोड़ का हो, उस गुरमीम राम रहीम के गुनाहों की सजा दिलाना आसान नहीं था.बलात्कारी राम रहीम को उसकी असली जगह तक पहुंचाने के लिए दो साध्वी बहनों ने पंद्रह साल की लड़ाई लड़ी. अपने भाई को खोया, अपनी जान पर हरदम मौत को मंडराते देखा. लेकिन हिम्मत नहीं हारी. वही साध्वी आज अपनी कहानी बता रही है.