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एक और एक ग्यारह: जवानों की शहादत का फाइनल हिसाब कब!

एक और एक ग्यारह: जवानों की शहादत का फाइनल हिसाब कब!

जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की साजिशें रमजान के पाक माह में भी नहीं थम रही- एक तरफ पाकिस्तान रिहाय़शी इलाकों पर गोली बरसाकर कायरता दिखा रहा है तो दूसरी तरफ वतन की हिफाजत के लिए बीएसएफ के दो जवानों ने जान न्योछावर कर दी. एक जवान फतेहपुर का रहने वाले थे तो दूसरे देवरिया के । फतेहपुर के विजय पांड की जल्द ही शादी होने वाली थी तो देवरिया के सत्यनारायण यादव अपने पिता के इलाज के लिए वीआरएस लेने वाले थे - इन्हीं का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो लोगों का आक्रोश रोके नहीं रुका.

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