कल तक सियासत और आज यादों का हिस्सा बनकर रह गए हैं गोपीनाथ मुंडे. यह सब इतनी जल्दी और अचानक हुआ कि मौत की खबर पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा. मंगलवार सुबह दिल्ली में जो हादसा हुआ वह इतना भी भयानक नहीं था कि किसी की जान चली जाए, लेकिन सच्चाई यही है कि मुंडे अब हमारे बीच नहीं हैं.