नोटबंदी के बाद जहां एक ओर देश की दशा और दिशा में सुधार होने की बात कही जा रही है. वहीं नोटबंदी के बाद आज तक ने हालिया दौर के चुनावी मिजाज को भांपने के लिए एक सर्वे किया है. इस सर्वे के माध्यम से आने वाली रिपोर्टों में वे देश की विभिन्न पार्टियों और नेताओं की राजनीतिक मजबूती का जायजा लेने की कोशिश में जुटे हैं. आज तक ने इस कार्यक्रम में विभिन्न दलों के प्रवक्ताओं और राजनीतिक विश्लेषकों का भी जायजा लिया. देखें वे क्या कहते हैं.