17 साल एक साथ चलने के बाद जेडीयू और बीजेपी की राहें अलग हो गई हैं. नीतीश कुमार को मोदी और उनकी कट्टरवादी हिंदुत्व छवि से खासा परहेज रहा है और यही गठबंधन टूटने का मुख्य कारण बना. नीतीश का कहना है कि बीजेपी को अपने बुजुर्गों की इज्जत करना भी नहीं आता.