क्या इस जगमगाते शहर में कैद हैं कुछ छटपटाती ख्वाहिशें, क्या जिंदादिल दिल्ली में मुर्दों की बस्तियां भी हैं. क्या शोर के इस शहर में है एक गुमनाम सा सन्नाटा, जो चीजें दिन के उजाले में यकीन देती हैं, वो रात के अंधेरे में दहशत क्यों बन जाती हैं.
episode one of adbhud, akalpniya, avishvaniya on 24th october 2015