ऐसा माना जाता है कि साहित्यकार दिलों को जोड़ता है, लेकिन अब कहा जा रहा है कि साहित्यकार समाज के अंदर एक लकीर खींच रहा है. जब से साहित्य अकादमी का सम्मान लौटाने का मसला शुरू हुआ, उंगलियां मुनव्वर राना पर भी उठने लगीं. जानिए इस शायर का दर्द, शायर की जुबानी.
exclusive interview of Munawwar Rana