तमाम अवरोधों से उभरते हुए भारतीय समकालीन कला दिन-प्रतिदिन नई लकीर खींच रही है. लेकिन अफसोस की इन्हें उत्साहित करने के लिए कोई कला पुरस्कार नहीं है. पहली बार इंडिया टुडे ग्रुप ने इंडिया टुडे आर्ट अवॉर्ड्स का ऐलान किया.