राजधानी दिल्ली रात भर घने कोहरे की चादर में लिपटी रही. धुंध में कुछ भी देख पाना मुश्किल था. सड़कों पर गाड़ियां रेंगती हुई नजर आ रही थीं. ऐसे में अब आम आदमी का जनजीवन अस्तव्यस्त होने लगा है.