आखिर कब तक आम लोग पुलिस की तरफ, पुलिस सरकार की तरफ और सरकार समाजिक ढ़ांचे की तरफ उंगली उठाते रहंगे. आखिर कब तक अपने देश और नदियों को मां कहने वाले इस देश में ‘गुड़िया’ के साथ घिनौना काम होता रहेगा. आखिर कब तक देवी मां की पूजा करने वाले देश में माताओं, बहनों और बेटियों की आबरू लुटती रहेगी.