आमतौर पर शहरों में जानवर मरते हैं तो कई दिन तक सड़क पर ही सड़ती रहती है जानवरों की लाश. लेकिन, ग्वालियर में  एक बंदर की मौत हुई, तो उसकी अर्थी को कंधा देने के लिए उमड़ पड़ा पूरा मोहल्ला.