दिल्ली में 16 दिसंबर की रात दरिंदगी का वीभत्स मंजर देखने वाली पैरा मेडिकल छात्रा भले ही आज हमारे बीच नहीं रही हो लेकिन वो हर हिंदुस्तानी के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी. उस निर्भय और बहादुर लड़की की भी यही इच्छा रही होगी कि उसका ये बलिदान जाया ना जाए और भविष्य में इस तरह ही वीभत्स घटना फिर कभी ना हो.