रांची का अभिषेक इंजीनियर बनना चाहता था. लेकिन उसे नहीं मालूम था कि इंजीनियरिंग का इम्तिहान पास करने से पहले उसे रैगिंग की परीक्षा पास करनी होगी. एक ऐसी परीक्षा जिसमें फेल होने का मतलब मौत है.