यूपी के गोरखपुर में शासन-प्रशासन की लापरवाही ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं. ऐसा ही एक परिवार वंदना का है. वंदना यानि 12 साल की वो बच्ची, जिसे लेकर उसके परिवार ने न जाने कितने सपने देखे थे. मगर सारे सपने वंदना के साथ खत्म हो गए. वंदना भी उसी बीआरडी अस्पताल में तड़प तड़प कर इस दुनिया से विदा हो गई, जहां बच्चों के जिस्म से सांसे निकाल ली गईं.