गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अधिकांश टिकटों का ऐलान हो चुका है, लेकिन एक भी अल्पसंख्यक को अभी तक टिकट नहीं दिया गया है. कांग्रेस सवाल उठा रही है कि नरेंद्र मोदी का सद्भावना काम नहीं आया. बीजेपी की उम्मीदवारों की सूची से अल्पसंख्यकों के नाम नदारद हैं. कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी का असली चेहरा उजागर हो गया है. जबकि बीजेपी की दलील है कि पार्टी मजहब और जाति के आधार पर टिकट नहीं देती.