दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित और हिन्दी सिनेमा के मशहूर गीतकार गुलजार ने भी पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों का समर्थन किया है. गुलजार ने कहा कि लेखक क्या राजनीति करेंगे, उनके पास पुरस्कार लौटने के अलावा विरोध करने का कोई और जरिया नहीं था.