गुरमेहर ने अपने आपको कैंपेन से अलग कर लिया है. वो दिल्ली से वापस अपने घर जालंधर में रह रही हैं. इस बीच सिख संगठनों गुरमेहर के साथ खड़े हो गए हैं. गुरमेहर को सिखों के शीर्ष संगठन अकाल तख्त का भी साथ मिला है.सोशलमीडिया पर ट्रोल और दुष्कर्म की धमकी से आहत शहीद फौजी की बेटी गुरमेहर परिवार के पास लौट आईं. अभिव्यक्ति की आजादी का झंडा बुलंद करने वाली 20 साल की युवा छात्रा पर इतना दबाव पड़ा कि उसने अपने आप को कैंपेन से अलग कर लिया.