तालिबान ने उनका बसा-बसाया घर छीन लिया, व्यापार छीन लिया और जब दहशतगर्दों को इतने से भी जी नहीं भरा तो वो उनके जान के दुश्मन बन गए. पाकिस्तान के पेशावर में बसे एक हिंदू परिवार जो किसी तरह अपनी जान बचाकर शरण लेने भारत आए हैं.