भारत और पाकिस्तान की सरकारें करतारपुर कॉरिडोर बनाने को लेकर सहमत हो गई हैं. गुरू नानक देव जी की 550वीं जयंती के मौके पर मोदी सरकार ने सिख संगतों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोलने को मंजूरी दे दी है. इस कॉरिडोर के खुलने से भारतिय सिख बिना वीज़ा के पाकिस्तान जाकर करतारपुर में माथा टेक पाएंगे. इस कॉरिडोर के खुलने पर अब सिखों को सीमा पर एक स्लिप दी जाएगी जहां से वो सुबह करतारपुर साहिब जाकर शाम को माथा टेककर भारत वापिस आ सकेंगे. लेकिन सिखों के लिए करतारपुर का आखिर क्या महत्व है ये बात जाननी भी उतनी ही ज़रूरी है और आखिर क्यों ये कॉरिडोर सिखों के बंटवारे के ज़ंख्मों को भरने में मदद करेगा.