35 हजार से ज्यादा लोगों की मौत की सजा सिर्फ दो साल. आखिर पच्चीस साल की इंसाफ की लड़ाई के बावजूद भोपाल को इंसाफ क्यों नहीं मिला? हकीकत तो ये है कि इंसाफ की ताबूत पर कील तो 7 दिसंबर को ही लगा दी गई थी, जब भारत आए एंडरसन को सरकार ने पूरे सम्मान के साथ अमेरिका भेज दिया.