ब्लास्ट के बाद हैदराबाद अब ऐसे जख्म से गुजर रहा है, जिसे भरने में काफी वक्त लगेगा. यह शहर 16 मौतों के मातम में डूबा हुआ है. किसी के बुजुर्ग दादा घर नहीं लौटे तो किसी का बेटा अब बुढ़ापे का सहारा नहीं बनेगा.