scorecardresearch
 
Advertisement

अपने प्रिय को प्‍यार न कर पाना जीते-जी मौत है: विक्रम सेठ

अपने प्रिय को प्‍यार न कर पाना जीते-जी मौत है: विक्रम सेठ

इन दिनों समलैंगिकता को लेकर देशभर में बड़ी बहस छिड़ी हुई है. कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले को जायज ठहरा रहे हैं, जिसमें उसने समलैंगिकता को अपराध करार दिया. दूसरी ओर, कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ भी लोगों की तादाद कुछ कम नहीं है. समलैंगिकता के मुद्दे पर विख्‍यात लेखक विक्रम सेठ की राय.

Advertisement
Advertisement