पुलिस वाले 500 थे और डाकू अकेला. फिर भी वो 50 घंटे तक लड़ता रहा. डाकू घनश्याम केवट के मारे जाने के बाद कई लोग उसकी बहादुरी की चर्चा कर रहे हैं और घनश्याम के सबसे बड़े फैन बन गए हैं वही आई.जी. सूर्य कुमार शुक्ल जिन्होंने खुद उसका मुकाबला किया.