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फैज की नज्म ‘हम देखेंगे’ पर मचा बवाल, सुनें मुनव्वर राना की राय

फैज की नज्म ‘हम देखेंगे’ पर मचा बवाल, सुनें मुनव्वर राना की राय

फैज की जिस नज्म ने एक जमाने में पाकिस्तानी तानाशाह जिया उल हक की नींव हिला दी थी उसी नज्म पर हिंदू विरोधी होने की तोहमत लग रही है. आईआईटी कानपुर में नागरिकता कानून का विरोध कर रहे छात्रों ने उस नज्म को आवाज दी तो हिंद-मुस्लिम वाली सियासत होने लगी. क्या फैज की नज्म वाकई हिंदू विरोधी है? या उस पर उठ रहे सवाल के पीछे सियासत है? इस पूरे मुद्दे के बारे में क्या कहते हैं शायर मुनव्वर राना इस वीडियो में देखें.

A controversy has erupted over the iconic poem by Faiz Ahmed Faiz. The IIT Kanpur campus has set up a panel to investigate if iconic poem by Faiz Hum Dekhenge is anti-Hindu. Famous poet Munnawar Rana has reacted to this whole situation. In this video, find out what Munnawar Rana said.

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