ऑपरेशन ग्रीनहंट के बावजूद नक्सली ना सिर्फ हमला कर रहे हैं बल्कि जंगल से अपना कानून और वसूली का धंधा भी चला रहे हैं. आजतक की पड़ताल में खुलासा हुआ है कि अकेले झारखंड में नक्सलियों का काला धंधा चार सौ करोड़ सालाना का है, जिसमें सबसे बड़ा कारोबार है कोयले के अवैध खनन का.