भारत-चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बैठक में सिर्फ तनातनी वाले इलाकों पर बात नहीं होगी. यानी कि सिर्फ गलवान या पैंगोंग पर ही बात नहीं होगी. बल्कि एलएसी पर तनाव पर बात होगी. 22 जून की बैठक में पारित प्रस्ताव पर दोनों पक्ष आगे बात करेंगे. कोशिश होगी कि सीमा पर तनाव कम करने के तरीकों की बात आगे बढ़े.