आजादी का सबसे बड़ा प्रतीक लाल किला है. लाल किले की दीवारों में आजादी की यादें समाई हुई हैं. हुक्मरान बदलते रहते हैं, मगर लाल किले की शान नहीं बदलती. हर दौर में लाल किले की अपनी शान रही है. 15 अगस्त को आजादी के मौके देश के प्रधानमंत्री हर साल लाल किले की प्राचीर से देश के गौरव और आजादी और उसके लिए दिए गए बलिदान को याद करते हैं.