रक्षा मंत्रालय के उच्च स्तरीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 15 फरवरी 2014 को रक्षा मंत्री के दफ्तर में तबके रक्षा मंत्री एके एंटनी और तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल विक्रम सिंह की गुप्त बातचीत की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई तक को हो गई.