थोक महंगाई दर पांच महीने के उच्चतम स्तर पर चली गई है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि कमजोर मॉनसून के चलते खाने-पीने के सामानों की जमाखोरी शुरू हो गई है. इसलिए खाने-पीने के सामान, तेल और बिजली महंगे हुए हैं.