उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून और व्यवस्था) दलजीत सिंह चौधरी ने खुलासा किया है कि लखनऊ में मारे गए सैफुल्लाह और उसके साथियों का आईएसआईएस से कोई सीधा संपर्क नहीं था. आरोपी खुद ही सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से आईएस से प्रभावित हुए थे. वे ISIS के खुरासान मॉड्यूल के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहते थे.एडीजी चौधरी ने बताया कि MP की घटना के बाद इनके बारे में जानकारी हुई थी. इसके बाद एमपी और यूपी में आईएसआईएस के खुरासान मॉड्यूल के छह संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. लखनऊ में मारे गए सैफुल्लाह ने ही मंगलवार को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में बम ब्लास्ट की साजिश रची थी.